महाराष्ट्र दिवस 01-05 | Maharashtra Day: Celebrating the Glory and Diversity of Maharashtra
महाराष्ट्र दिवस
हम सभी जानते हैं कि प्राचीन समय से भारत का एक विशाल भूभाग रहा है । इस देश अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं और देश के अलग-अलग भागों में अलग-अलग बोलियां बोली जाती है । लोग तरह-तरह की वेशभूषा पसंद करते हैं। अलग-अलग प्रांतों की जलवायु भी अलग है। आबोहवा, खानपान, कला यह सभी भी भिन्न है।
इतना सब होने के बावजूद भी प्रत्येक नागरिक के दिल में हिंदुस्तान ही राज करता है।
आम नागरिकों की मांग को देखकर और सुचारू रूप से शासन व्यवस्था के संचालन को ध्यान में रखते हुए देश के स्वतंत्रता के बाद समय-समय पर कई राज्यों का गठन किया गया था। कुछ राज्य बनज तो कुछ केंद्रशासित प्रदेश भी बनाए गए।
आज हम बात करेंगे महाराष्ट्र की ।
महाराष्ट्र राज्य की स्थापना 1 मई 1960 को हुई थी। पहले महाराष्ट्र और गुजरात मिलकर एक राज्य हुआ करता था और उसे Bombay (मुंबई )प्रांत किस नाम से जाना जाता था।
आंदोलन
मुंबई प्रांत में मराठी भाषा के साथ-साथ गुजराती भाषा की भी जनसंख्या अधिक थी, विशेषकर मुंबई में।
इसलिए समय-समय पर मराठी भाषा को गुजराती भाषा के नागरिकों ने अपने लिए स्वतंत्र राज्य की मांग करने लगे।
उन्होंने अपनी मांग मनवाने के लिए कई प्रकार के आंदोलन भी किये।
महाराष्ट्र राज्य का गठन
अंततः 1 मई सन 1960 को मराठी भाषियों के लिए “महाराष्ट्र” नामक राज्य व गुजराती भाषाओं के लिए “गुजरात” राज्य अस्तित्व में आए। अब एक प्रश्न खड़ा हो गया मुंबई को लेकर।
मुंबई में मराठी भाषा बोलने वाले लोग अधिक थे, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों का कहना था कि मुंबई इस राज्य में होना चाहिए तो वही गुजराती लोगों का कहना था कि हमने मुंबई के विकास में ज्यादा योगदान दिया है, इसलिए यह हमारा राज्य का हिस्सा होना चाहिए।
अंत मे जीत महाराष्ट्र की हुई और मुंबई को महाराष्ट्र में शामिल किया गया और मुंबई इस राज्य की राजधानी बनी।
विविध कार्यक्रम
1 मई महाराष्ट्र दिवस के निमित्त राज्य भर में राज्य सरकार की ओर से कई समारोह आयोजित किए जाते हैं ।अलग-अलग प्रकार की झांकियां द्वारा राज्य की प्रगति, संस्कृति, वेशभूषा , खानपान इत्यादि का प्रदर्शन किया जाता है।
मुंबई के शिवाजी पार्क में एक परेड का भी आयोजन किया जाता है ।और राज्य के राज्यपाल इस अवसर पर राज्य की जनता को संबोधित भी करते हैं । इस दिन सरकारी कार्यालयों में स्कूलों में अवकाश होता है।
जिन लोगों ने महाराष्ट्र राज्य के निर्माण में आंदोलन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी उनके याद में हुतात्मा दिवस भी मनाया जाता है।
महाराष्ट्र राज्य की राजधानी मुंबई को देश की आर्थिक राजधानी भी कहा जाता है। औद्योगिक और व्यापारिक प्रगति के साथ साथ शैक्षणिक दृष्टि से भी महाराष्ट्र की देश में अपनी अलग पहचान है।
सिनेमा जगत माया नगरी भी मुंबई में ही स्थित है जो विश्व विख्यात है।
महाराष्ट्र ने देश को कई जाने-माने उद्योगपति,कलाकार ,खिलाड़ी, संगीतकार,फिल्म निर्माता, गायक और वैज्ञानिक दिए है।
1 मे महाराष्ट्र दिन के साथ-साथ कामगार दिवस रूप में भी मनाया जाता है।
सभी महाराष्ट्र वासियों को “महाराष्ट्र दिन” की हार्दिक शुभकामनाएं।
क्षेत्रफल
क्षेत्रफल की दृष्टि से महाराष्ट्र देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है इसका क्षेत्रफल 307713 वर्ग किलोमीटर तक फैला है।
शीतकाल में नागपुर महाराष्ट्र की राजधानी होती है। बाकी पूरा वर्ष मुंबई महाराष्ट्र की राजधानी रहती है।
मौजूदा समय में महाराष्ट्र में कुल 36 जिले हैं।
फसलें
वैसे तो महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों में विभिन्न प्रकार की फसलें उगाई जाती है लेकिन मुख्य रूप से महाराष्ट्र की फसल कपास और ज्वार है साथी साथ सोयाबीन तुवर भी बड़ी मात्रा में उगाए जाते हैं।
फल
महाराष्ट्र में विभिन्न प्रकार के फलों की भी पैदावार होती है। उनमें से नासिक के अंगूर, नागपुर के संतरा, और पुणे में आम की कई प्रकार की किस्मों की पैदावार होती है।
और अधिक जानकारी के लिए
महाराष्ट्र में कुल कितनी विधानसभा सीटें हैं ?
288 विधानसभा सीटें है।
महाराष्ट्र विधानसभा में अनुसूचित जात और अनु सूचित जनजाति की कितनी सीटें आरक्षित है ?
महाराष्ट्र में अनुसूचित जनजाति की 29 सीटें और अनुसूचित जनजाति की 25 सीटें आरक्षित है।
महाराष्ट्र में अगला चुनाव कब होना है ?
महाराष्ट्र में अगला चुनाव अक्टूबर 2024 में है।
हमारे Digiknowledge site पर आप ऐसी और भी रोचक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं I