कुणाल कामरा विवाद: स्टैंडअप कॉमेडियन फिर से विवादों में 2025
कुणाल कामरा विवाद
स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इस बार उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर एक पैरोडी पेश की, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई। इस मामले के बाद शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यकर्ताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और मुंबई में उनके स्टूडियो पर हमला कर दिया। आइए जानते हैं इस पूरे विवाद की विस्तार से।
कुणाल कामरा का विवादित पैरोडी वीडियो
कुणाल कामरा ने अपने हालिया शो में एकनाथ शिंदे पर एक पैरोडी गीत प्रस्तुत किया। उन्होंने फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के प्रसिद्ध गाने “भोली सी सूरत…” की धुन पर एक व्यंग्यात्मक गीत गाया। इसके शुरुआती बोल थे:
इस पैरोडी के दौरान ‘गद्दार’ शब्द का भी उपयोग किया गया, जिसे लेकर शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध जताया।
शिवसेना कार्यकर्ताओं का विरोध और स्टूडियो पर हमला
शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यकर्ताओं ने इस वीडियो पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मुंबई के खार इलाके में स्थित यूनिकॉन्टिनेंटल होटल में तोड़फोड़ कर दी, जहां कामरा का स्टूडियो स्थित था। उनका आरोप था कि इसी होटल में यह विवादित वीडियो शूट किया गया था।
इसके बाद, मुंबई पुलिस ने इस मामले में 11 शिवसैनिकों को गिरफ्तार किया, जिनमें शिवसेना नेता राहुल कनाल भी शामिल थे। हालांकि, सभी को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया।
कुणाल कामरा के खिलाफ FIR दर्ज
शिवसेना विधायक मुरजी पटेल ने मुंबई के एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में कुणाल कामरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 353(1)(b), 353(2) और 356(2) के तहत मामला दर्ज किया गया।
विधायक मुरजी पटेल ने यह भी चेतावनी दी कि यदि कामरा दो दिनों के भीतर माफी नहीं मांगते हैं, तो उन्हें मुंबई में स्वतंत्र रूप से घूमने नहीं दिया जाएगा और उनके चेहरे पर कालिख पोत दी जाएगी।
कुणाल कामरा की प्रतिक्रिया
इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कुणाल कामरा ने स्पष्ट किया कि उन्हें अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं है और वे माफी नहीं मांगेंगे। उन्होंने कहा:
“अगर कोर्ट कहेगा तो मैं माफी मांग लूंगा, लेकिन स्वेच्छा से ऐसा नहीं करूंगा। मैं किसी की ‘सुपारी’ लेकर यह नहीं कर रहा हूँ, आप मेरे बैंक खाते की भी जांच कर सकते हैं।”
कामरा का यह बयान उनके आलोचकों और समर्थकों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
शिवसेना (यूबीटी) का समर्थन
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने कुणाल कामरा का समर्थन किया और कहा कि एक व्यंग्यात्मक गाने से शिंदे गुट को इतनी मिर्ची लग गई। उन्होंने महाराष्ट्र के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस को ‘कमजोर गृह मंत्री’ भी करार दिया।
क्या है यह विवाद अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला?
यह मामला एक बार फिर से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बनाम राजनीतिक सहिष्णुता की बहस को हवा दे रहा है। स्टैंडअप कॉमेडी हमेशा से सामाजिक और राजनीतिक व्यंग्य का माध्यम रही है, लेकिन क्या यह आलोचना सहने की सीमा को पार कर गया है? यह प्रश्न अब जनता और न्यायपालिका के विचाराधीन है।
निष्कर्ष
कुणाल कामरा का यह मामला सिर्फ एक स्टैंडअप कॉमेडी विवाद नहीं, बल्कि एक बड़ी राजनीतिक बहस का हिस्सा बन चुका है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह मामला किस दिशा में आगे बढ़ता है। क्या कुणाल कामरा अपने बयान पर कायम रहेंगे या उन्हें माफी मांगनी पड़ेगी? क्या सरकार इस तरह की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने की कोशिश कर रही है? यह विवाद कई सवालों को जन्म दे चुका है, जिनके जवाब आने वाले समय में सामने आएंगे।